
स्टार्टअप इंडिया स्टैंडअप इंडिया Speech in Hindi
स्टार्टअप इंडिया स्टैंडअप इंडिया एक पहल है जो 16 जनवरी, 2016 को शुरु की गयी। यह योजना युवाओं को नया व्यवसाय या नवाचार परियोजनाओं को स्थापित करने में मदद करेगा। इस तरह, देश के सभी युवाओं को प्रोत्साहित किया जायेगा और उनके अभिनव विचारों को रोजगार का सृजन
करने के लिये प्रयोग किया जायेगा। ये देश के आर्थिक विकास और युवाओं के कैरियर के विकास में सुधार करने में बहुत सहायक सिद्ध होगा। इस पहल को सफल करने के लिये ऑनलाइन कनेक्टिविटी के माध्यम से भारत के लगभग सभी उच्च शिक्षण संस्थानों की भागीदारी के प्रयासों की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम से भारत को दुनिया की स्टार्ट-अप राजधानी बनने में सहायता मिलेगी। स्टार्टअप इंडिया स्टैंडअप इंडिया के शुरु किये जाने के साथ ही इस योजना की पूरी कार्यविधि पेश की जायेगी। एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी समूह की स्थापना के द्वारा एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की योजना बनायी गयी है, जो नवाचार की देख-रेख के साथ ही साथ स्टार्ट-अप प्रस्तावों के मूल्यांकन से ये सुनिश्चित करने के लिये कि वो प्रोत्साहन के योग्य है या नहीं।
ये पहल स्टार्ट-अप्स को नये कारोबार की शुरुआत में सहायता करने में सरकार की ओर से किया गया एक प्रभावी प्रयास है विशेषरुप नये विचारों को रखने वालों के लिये। ये छोटे और बड़े स्तर के उद्यमियों के स्तर को सुधारने में मदद करने के साथ ही दूसरों के लिये रोजगार के नये अवसरों का निर्माण करेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी बैंकों से कम-से-कम एक दलित और एक महिला उद्यमी को अपना व्यवसाय खोलने के लिये प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया है।
इस योजना से देश में जमीनी स्तर पर उद्यमशीलता को बढ़ावा मिलेगा जो समाज के निम्न तबके के युवाओं का लाभ सुनिश्चित करेगा। युवा ताजा दिमाग (नये विचारों से भरा हुआ), नये रास्ते और नयी सोच रखते है अतः वो स्टार्टअप के लिये बेहतर है। इस कार्यक्रम के अभियान के सफल प्रक्षेपण के लिए सीधी कनेक्टिविटी के माध्यम से आईआईटी, एनआईटी, केंद्रीय विश्वविद्यालयों और आईआईएम के संपर्क की जरूरत है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बैंक वित्त के साथ साथ स्टार्टअप व्यापार को उनके बीच उद्यमशीलता और नए रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के प्रस्ताव को प्रोत्साहित करना है।